आज कल जमीन की रजिस्ट्री करानी हो या उस पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना हो, या फिर कोई सरकारी योजना का लाभ लेना हो खसरा-खतौनी जरुरी है। ये जमीन के वो कागज़ हैं जो न सिर्फ कई योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करते हैं बल्कि जमीन पर आप के मालिकाना हक का भी सबूत होती हैं। लेकिन इन्हें लेने के लिए लोगों को अक्सर बहुत परेशान होना पड़ता है।
अपनी ज़मीन की लिखा-पढ़ी यानि खसरा-खतौनी के लिए अगर आप तहसील मुख्यालयों के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो रहे हैं तो शायद आपकी परेशानी दूर हो सकती है। कई लोगों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ज़मीन के कागजा़त यानि भूलेख हासिल करने की प्रक्रिया अब बहुत आसान हो चुकी है। इंटरनेट पर ही अब ये सारी जानकारियां मौजूद हैं। लोग इस तरह से अपना काफी समय और पैसा बचा सकते हैं|